बिच्छू काटने के उपाय

 

   गर्मियों के आते ही जहरीले कीड़े मकोड़े जमीन के अन्दर से निकल कर बाहर घूमने लगते हैं। उन्हें जहां भी अपने लिए सही वातावरण मिलता है वे वहीं पर अपना ठिकाना बना लेते है। कई जहरीले कीड़े ऐसे होते है जो अगर किसी को काट लें तो उनका जहर उतारना बड़ा ही मुश्किल होता है। उन्हीं में से एक है बिच्छु|

बिच्छू के काटने पर इलाज में जल्दी करनी चाहिए। इसके विष की यही पहिचान है कि काटे जाने के बाद शरीर में झनझनाहट होती है, स्थान भारी होता है। यदि भयंकर बिच्छू ने काटा तो शरीर में जलन होती है, पसीना छूटने लगता है, पीड़ा के मार अंग फटने लगता है। नाखूनों का रंग पीला, हरा, या नीला हो जाता है। नींद आने लगती है। मनुष्य प्रलाप करता है। नाक या मुँह से काले रंग का खून गिरने लगता है शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं। प्यास खूब लगती है। पेशाब रुक जाता है|

 बिच्छु का जहर बहुत खतरनाक होता है।उसके काटने के बाद पूरे शरीर में जलन होने लगती है और उसका शिकार बुरी तरह से तड़पने लगता है। कुछ छोटे लेकिन बड़े काम के नुस्खे हैं जो आपको बिच्छु के जहर से बचा सकते हैं।

 जानवरों के काटने व सांप, बिच्छू, जहरीले कीड़ों के काटे स्थान पर अपामार्ग के पत्तों और मूल का ताजा रस लगाने और पत्तों का रस 2 चम्मच की मात्रा में 2 बार पिलाने से विष का असर तुरंत घट जाता है और जलन तथा दर्द में आराम मिलता है।

 . पत्थर पर दो-चार बूँद पानी की डालकर उस पर निर्मली या इमली के बीज को घिसें। उस घिसे हुए पदार्थ को दर्द वाले स्थान पर लगायें एवं जहाँ बिच्छू ने डंक मारा हो वहाँ घिसा हुआ बीज चिपका दें। दो मिनट में ही बिच्छू का विष नष्ट हो जायेगा और रोता हुआ मनुष्य भी हँसने लगेगा। 

 पोटेशियम परमैंगनेट एवं नींबू के फूल (साइट्रिक एसिड) को बारीक पीसकर अलग-अलग बॉटल में भरकर रखें। बिच्छू के डंक पर मूँग के दाने जितने नींबू के फूल का पाउडर एवं पोटेशियम परमैंगनेट का मूँग के दाने जितना पाउडर रखें। ऊपर से एक बूँद पानी भी डालें। थोड़ी देर में उभार आकर विष उतर जायेगा। यह अदभुत दवा है। 

एक पत्थर को अच्छे से साफ कर उस उस पर फिटकरी को अच्छे से घिसें। जहां पर बिच्छु ने काटा है उस जगह पर इस लेप को लगाऐं और आग से थोड़ा सेकें । कैसे भी बिच्छु का जहर हो इस विधि से जहर दो मिनिट में उतर जाएगा। 

बारीक पिसा सेंधा नमक और प्याज को मिलाकर बिच्छु के काटे हुए स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है। 

 माचिस की पांच सात तीलियों का मसाला पानीमें घिसकर बिच्छु के डंक लगी जगह पर लगाऐं। इसे लगाते ही बिच्छु का जहर तुरंत उतर जाता है। 

 जब किसी को बिच्छु काट ले तो तुरंत उस जगह को करीब चार उंगल ऊपर से किसी कपड़े से या रस्सी से बांध देना चाहिए। ताकि उसका जहर जल्दी न फैले। इसके बाद किसी साफ सेफ्टी पिन या चिमटी को गर्म करके त्वचा में घुसे ड़ंक को निकाल देन चाहिए।

बिच्छू का जहर बहुत खतरनाक होता है। उसके काटने के बाद पूरे शरीर में जलन होने लगती है और उसका शिकार बुरी तरह से तड़पने लगता है। कुछ छोटे लेकिन बड़े काम के नुस्खे हैं जो आपको बिच्छू के जहर से बचा सकते हैं।

एक पत्थर को अच्छे से साफ कर उस उस पर फिटकरी को अच्छे से घिसें। जहां पर बिच्छू ने काटा है उस जगह पर इस लेप को लगाऐं और आग से थोड़ा सेकें । कैसे भी बिच्छू का जहर हो इस विधि से जहर दो मिनिट में उतर जाएगा।

 बारीक पिसा सेंधा नमक और प्याज को मिलाकर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है।

 माचिस की पांच सात तीलियों का मसाला पानी में घिसकर बिच्छू के डंक लगी जगह पर लगाऐं। इसे लगाते ही बिच्छू का जहर तुरंत उतर जाता है।

 परिस्थिति के मुताबिक निर्णय लेते हुए आवश्कता पडऩे पर डॉक्टर से भी सलाह लें। जब किसी को बिच्छू काट ले तो तुरंत उस जगह को करीब चार उंगल ऊपर से किसी कपड़े से या रस्सी से बांध देना चाहिए। ताकि उसका जहर खून के साथ शरीर के बाकी हिस्सों में न फैले। इसके बाद किसी साफ सेफ्टी पिन या चिमटी को गर्म करके त्वचा में घुसे ड़ंक को निकाल देना चाहिए।

बिच्छू दंश  के कतिपय नुस्खे-

गौ के घी में सेंधा नमक मिलाकर गरम कर लो और दंश स्थान पर लगाओ।

जमाल गोटे को घिसकर काटे हुए स्थान पर लगाओ।

कद्दू का डंठल पानी में घिसकर काटे हुए स्थान पर लगा दो।

लाइकर अमोनिया” को काटी हुई जगह पर लगा दो।

बिच्छू काटे की झनझनाहट को हाथों से दबा-दबाकर दंश की ओर ले जाओ। बाद में गीली राख काटी हुई जगह पर बाँध दो।

मूली और नमक पीसकर दंश स्थान पर बाँध दो।

साँभरी नमक एक-एक आना भर मरीज को बार-बार खिलाओ।

प्याज का रस काटे हुए स्थान पर निचोड़ो।

नींबू के रस में बकरी की मेंगनी पीस कर लेप कर दो।

सूरजमुखी का पत्ता मसल कर फौरन सुँघा दो।

बेर की पत्तियाँ पीस कर दंश स्थान पर लुगदी बाँध दो।

अपामार्ग की जड़ दंश-स्थान पर लगा दो

प्याज और गुड़ खिलाओ।

चूना और सेंधा नमक दंश-स्थान पर लगा दो।

घी में सेंधा नमक मिलाकर लगा दो।

सुपारी घिसकर लगाओ।

साईलिशिया के चमत्कार –

बिच्छू काटने पर बहुत दर्द होता है और जिसको बिच्छू काटता है उसके सिवा और कोई जान नही सकता कितना भयंकर कष्ट होता है। तो ऐसी परिस्थिति मे क्या करना चाहिए ? तो बिच्छू काटने पर एक होम्योपैथी की दवा है Silicea -200

 इसका लिक्विड  5 ml घर में रखे । बिच्छू काटने पर इस दवा को जीभ पर एक एक ड्रोप 10-10 मिनट अंतर पर तीन बार देना है । बिच्छू जब काटता है तो उसका जो डंक है न उसको अन्दर छोड़ देता है वो ही सबसे ज्यादा दर्द करता है । इस डंक को बाहर निकलना आसान काम नही है, ये मेडिसिन इतनी बेहतरीन मेडिसिन है के आप इसके तीन डोज देंगे 10-10 मिनट पर एक एक बूंद और आप देखेंगे वो डंक अपने आप निकल कर बाहर आ जायेगा। सिर्फ तीन डोज में आधे घन्टे में आप रोगी को ठीक कर सकते है। बहुत जबरदस्त मेडिसिन है ये Silicea 200.



 

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