जाने परवल के चमत्कारिक आयुर्वेदिक लाभ : डॉ आर पी पांडेय वैध

अयोध्या : आयुर्वेद के अनुसार परवल आपके इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है. परवल  का उपयोग मूत्र सं‍बंधी समस्याबओं और मधुमेह (Diabetes) के इलाज में मुख्यि रूप से किया जाता है. इसके अलावा यह कब्ज , स्किन प्रॉब्लंम, पाचन (Digestion), एजिंगआदि के नियंत्रण में भी फायदेमंद  है. परवल भारत के लगभग हर प्रदेश में सब्जी के तौर पर खाया जाता है, दिखने में यह कुंदरू की तरह होता है, लेकिन आकार में कुछ बड़ा सा होता है। सब्जी बाजार में परवल लगभग सभी मौसम में बिकते हुए देखा जा सकता है। भले ही शहरी लोग शायद इसके औषधीय गुणों से परिचित नहीं हैं, लेकिन सब्जियों के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला परवल ग्रामीण भारत  के लिए किसी चमत्कारिक असरदार औषधि से कम नहीं है। चलिए आज जानते है किस तरह भारतीय ग्रामीण  परवल को अपने स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए उपयोग में लाते हैं।
    इसका वानस्पतिक नाम ट्रायकोसेन्थस डायोका है और अंग्रेजी भाषा में इसे पोईंटेड गोर्ड कहते हैं। अक्सर कई फलों और सब्जियों का अलग-अलग मौसम में सेवन करना वर्जित माना जाता है, लेकिन सेहत के लिए उत्तम गुणों से भरपूर होने की वजह से आदिवासी परवल को साल भर सेवन करने के लिए अच्छा मानते हैं।

इन दिनों सब्जी  मंडियों में परवल (Pointed Gourd) खूब दिख रहे हैं. हरे रंग के परवल के गुणों की बात करें तो यह आयुर्वेदिक सब्जियों की श्रेणी में आता है. आम तौर पर इसके गुणों के बारे में लोग नहीं जानते. इसमें बहुत से विटामिन्सक, मिनिरल्सि पाए जाते हैं जो इसे हमारी सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी बना देते हैं. 
इसमें विटामिन ए, विटामिन बी1, बी2, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नी शियम, फॉस्फोपरस जैसे कई पोषक तत्व् पाए जाते हैं. इसका उपयोग मूत्र सं‍बंधी समस्याेओं और मधुमेह के इलाज में मुख्यश रूप से किया जाता है. इसके अलावा इसे कब्जि, स्किन प्रॉब्ल म, पाचन संबंधित प्रॉब्ल्म, एजिंग, पीलिया आदि के नियंत्रण में भी उपयोग में लाया जाता है.

 आइए जानते हैं कि परवल के और क्या फायदे होते हैं.

1.ब्लकड प्यूेरीफाई करे
ब्ललड प्यूहरीफाई करने में यह बहुत उपयोगी माना जाता है.आयुर्वेद के अनुसार, यह हमारे शरीर के ब्लयड को साफ करने में मदद करता है और स्किन की देखभाल करता है.
 दरअसल शरीर में खून की सफाई होना बहुत ही जरूरी है जिससे कई तरह की बीमारियों से हमारा बचाव होता है . ऐसे में परवल ब्लूड को साफ तो करता ही है, आपके रक्तर प्रवाह को भी ठीक रखता है.

2.पाचन में सुधार
परवल में भरपूर फाइबर होता है जो सही तरह से पाचन के लिए बहुत जरूरी है. यह गैस्ट्रोीइंटस्टारइनल और लिवर को भी कई समस्याेओं से दूर रखता है.इसके रेग्युललर सेवन से आपका पाचन तंत्र हमेशा सही तरीके से काम करेगा.

3.एजिंग को करे नियंत्रित
परवल में एंटी ऑक्सीेडेंट, विटामिन ए और सी मौजूद होता है जो फ्री रेडिकल्स  के अणुओं को नियंत्रित रखता है और एजिंग की प्रक्रिया को कम कर देता है.

4.कब्ज  को रखे दूर
अगर आपके इंटस्टा‍इन में बहुत दिनों तक अपशिष्टऔ पदार्थ रह जाते हैं तो यह कई बीमारियों की वजह बनने लगते हैं इसलिए कब्जप को हल्के  में नहीं लेना चाहिए. अगर आप कब्जद से जूझ रहे हैं तो परवल के बीज कब्जो दूर करने में सहायक होते हैं.

5.ब्लटड शुगर करे नियंत्रित
हालांकि ब्लटड शुगर एक लाइफ स्टानइल और वंशानुगत से जुड़ी बिमारी है लेकिन खान पान में बदलाव लाकर आप इसे कंट्रोल में रख सकते हैं. 
जब भी आप परवल बनाते हैं तो इसके बीज को ना फेकें. परवल को अपने भोजन में रेग्यु‍लरली शामिल करें, यह आपके ब्लहड शूगर के लेवल को नियं‍त्रण में रखेगा.

6.वजन घटाने में
परवल में कैलोरी बहुत ही कम होती है और फाइबर भी भरपूर होता है. ऐसे में अगर आप नियमित परवल का सेवन करते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ाएगा नहीं. यह आपके पेट को भी भरा रखता है जिससे आपको जल्दीर भूख नहीं लगती. यह फूड क्रेविंग को भी कम करता है.

7.इम्यूढनिटी बढ़ाए
आयुर्वेद के अनुसार परवल आपके इम्यू निटी को बढ़ाता है. यह बदलते मौसम में होने वाले फ्लू और ठंड से आपको दूर रखता है.

8.पीलिया में फायदेमंद

लिवर के लिए परवल फायदेमंद है इसलिए यह पीलिया के इलाज में भी काफी काम आता है. यह लिवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और पाचनतंत्र में सुधार करता है.
 _परवल के अन्यत आयुर्वेदिक उपयोग और प्रयोग का तरीका
- सिर में दर्द हो तो परवल के जड़ को पीसकर सिर में लगाएं. दर्द में राहत मिलेगा
- परवल के पत्तेह को घी में फ्राई कर खाने से आंखों की समस्याआ दूर होती है.
- हार्पिस रोग में परवल के पत्तेम, मूंग दाल और आमल रस का काढ़ा बनाकर पिएं, दर्द से राहत मिलेगी
- स्मॉपल पॉक्सक के शुरुआती लक्षण के दौरान इसके जड़ और पत्ते़ को मुलेढ़ी के साथ मिलाकर इसका काढ़ा पीने से राहत मिलेगी
-धनिया के साथ परवल के पत्ते् और जड़ को बराबर मात्रा में लें और काढ़ा बनाएं, इससे बुखार उतरेगा।

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